में आपका स्वागत है
पूर्बजों का भी श्राद्ध कर सकते है
एकमात्र विष्णु पद मंदिर
गया श्राद्ध तर्पण
यह कर्मकांड की विशिष्ठ पद्धति है , जिसमे श्रेष्ठ धर्म का अनुपालन करते है
Read more
त्रिपिंडी श्राद्ध
याणाम पिंडाणाम समाहारः त्रिपिंडी इस व्युत्प्ति के अनुसार इस श्राद्ध में तीन पिंड होते है
Read more
नारायण बलि श्राद्ध
प्राणी के दुर्मरण की निवृत्ति के लिये (अकाल मृत्यु को प्राप्त ) नारायण बलि करने की आवश्यकता होती
Read more
about us
।। पिंड दान गया जी में आपका स्वागत है ।।
शास्त्रो में मुक्ति प्राप्ति के मार्ग प्रशस्त किए है ।जिसमे सबसे सुलभ एवम उपयुक्त्त गया श्राद्ध है ब्राह्मज्ञानम गयाश्राद्धम गोगृहे मरणं तथा , वासः पुसाम कुरुक्षेत्रे मुक्तिरेषां चतुर्विधा । ब्रह्मज्ञानेंन किंम कार्य: गोगृहे मरणेन किंम, वासेंन किं कुरुक्षेत्रे यदि पुत्रो गयाम व्रजेत।। पुत्रो को गया तीर्थ पुत्र होने कि संज्ञा और अधिकार देता है ।
गया श्राद्ध करना पुत्र का कर्तव्य है।ऐसा न करने पर उनके पितर और शास्त्र दोनों ही पुत्र होने की संज्ञा नहीं देते ।शास्त्रो के श्लोकानुसार पुत्र का कर्तव्य निर्धारित है श्लोक – जीवते वाक्यकरणात क्षयायः भूरी भोजनात।
मोक्ष की प्राप्ति करना हर मृत आत्मा का अधिकार होता है और हम उनकी आत्मा को मोक्ष की प्राप्ति करने में मदद करते है , अभी हमसे जुड़िये
पिंड दान का पूजन समय
पिंड दान के पूजा का समय हमेश पितृपक्ष का होता है परन्तु कुछ अत्यंत जरुरत में कभी भी करवा सकते है आप हमसे बात कर सकते है ऑफिस में संपर्क कर सकते है
- Mon-Fri: 9 am – 6 pm
- Saturday: 9 am – 4 pm
- Sunday: closed
Contact UsHave questions?